नमस्कार दोस्तों ! पिछले कुछ समय में zika virus चर्चा का विषय बन गया हे । इस वायरस ने दुनिया भर में सबको चिंतित कर दिया है । तो आइये जानते है की ज़ीका वायरस क्या है और उसके लक्षण , बचाव और उसके फैलावे के बारे में ।
क्या है ज़ीका वायरस ?
ज़ीका वायरस एक ऐसी बीमारी है जो खास तरह के मच्छरों एडीज aegypti और एडीज अल्बोपिक्टस से फैलती है । ये वही मच्छर होते है जो डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को फैलाते है । ज़ीका वायरस सबसे पहले 1947 में यूगांडा के ज़ीका जंगलो में पाया गया था इसलिए इसका नाम ज़ीका पड़ा ।
लक्षण
- बुखार आना
- त्वचा पर लाल चकते पड़ना
- जोड़ो में दर्द होना
- माशपेशियों में दर्द होना
- सर दर्द होना
- आँखों का लाल होना और पानी आना
इन लक्षणों का प्रभाव 4 से 7 दिन तक रहता है ।
ज़ीका वायरस कैसे फैलता है
ज़ीका वायरस का फैलाव एडीज मच्छरों के काटने से फैलता है । यह जिस व्यक्ति को हुआ है , गर्भावस्था के दौरान माँ से बच्चे में अन्य रूप से भी फेल सकता है । इस वायरस के फैलने से गर्भवती महिलाओ में शिशुओ में सिर का छोटा होना और जन्मजात का खतरा बढ़ जाता है ।
इससे कैसे बचा जा सकता है
- मच्छर से बचाव – मच्छरों से बचने के लिए स्वच्छता रखे हमेशा मच्छरदानी का उपयोग करे , मच्छरप्रतिरोधक क्रीम और लम्बे कपडे आवश्यक पहने ।
- अपने आसपास पानी को ज्यादा जमा न होने दे – पानी के जमा होने से मच्छर ज्यादा होते है क्योंकि मच्छर वही प्रजनन करते है ।
- ज्यादा संक्रमित वाली जगह मत जाये – जहा पर ज़ीका वायरस का संक्रमण ज्यादा है वह पर मत जाये ।
- संक्रमित व्यक्ति से दूर रहे – संक्रमित व्यक्ति से बचे और उनके रक्त या तरल पदार्थो से बचे ।
सलाह
यदि आपको ज़ीका वायरस के लक्षण महसूस होतो आप अवश्य डॉक्टर की सलाह ले । गर्भवती महिलाये विशेष रूप से सावधानी रखे और किसी भी असामान्य लक्षण पर डॉक्टर की सलाह लीजिये ।
भारत में ज़ीका वायरस के मामले
यह ज़ीका वायरस बढ़ रहा है इसलिए भारत में भी इनके कई केस दर्ज हो रहे है । ज़ीका वायरस के केस महाराष्ट्र , पुणे और कर्नाटका में देखने को मिले है । राज्यों से सरकार ने आग्रह किया है की स्वास्थ्य संचालनों को अभी सतर्क हो जाना चाहिए । ज्यादा से ज्यादा इसका प्रचार और प्रसारण करे और गर्भवती महिलाओ को सतर्क रहने का संदेश दे । इस साल कोल्हापुर , पुणे में ज़ीका वायरस का एक दो केस सामने आये है हुए सबसे ज्यादा केस कर्नाटक और पुणे में आये है । 1 जुलाई को पुणे में 6 लोग सहित 2 गर्भवती महिलाओ को संक्रमित पाया गया है ।
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निष्कर्ष
ज़ीका वायरस से बचाव के लिए सतर्कता और जागरूकता बेहद महत्वपूर्ण है । इसके बचाव के लिए सवयं को और परिवार को सुरक्षित रखने के लिए उचित कदम उठाइये और डॉक्टर की सलाह ले । हमें हमेसा जागरूकता रखनी चाहिए क्युकी हमने कोरोना वायरस जैसी भयंकर बीमारी का सामना किया है और हम नहीं चाहते है के और कोई बीमारी और फेल जाये ।
धन्यवाद !
FAQ
ज़ीका वायरस का वाहक मच्छर कोनसा है ?
ज़ीका वायरस का वाहक मच्चर एडीज जेनेस है ।
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